लगभग हर टॉपर एग्जाम से पहले 5 कार्य ज़रूर करते हैं

 

एग्ज़ाम सीजन की शुरुआत हो चुकी है. बोर्ड अथवा प्रतियोगी परीक्षाएँ शुरू होने में बहुत कम दिन बाकी रह गये हैं. हर कोई 24 घंटे पढ़ाई नहीं करता है. ज़्यादातर विद्यार्थी एग्ज़ाम से पहले हर दिन 8 से 10 घंटे पढ़ते हैं. इसलिए अगर 30 दिन या एक महीने में हम प्रोडक्टिव समय (पढ़ाई को दिया गया समय) की बात करें तो मात्र 10 दिन (30 × 8 = 240 घंटे या फिर 10 दिन) पढ़ाई के लिये निकलता है.

इसलिये अगर किसी परीक्षा की तारीख 30 दिन बाद है तो इसका मतलब आपके पास उस परीक्षा की तैयारी के लिए लगभग 10 दिन का समय बचा है.

ऐसे में सवाल उठता है कि कम समय में बेहतर तैयारी कैसे करें? आज इस लेख में हमने इसी बात का ध्यान रखते हुए कुछ खास बाते बताई हैं. 99% टॉपर्स के इंटरव्यू वीडियो देख लो, लगभग हर टॉपर ने ये 5 कार्य ज़रूर किये होंगे. तो आइये जानते हैं 5 कार्य जो हर टॉपर ने एग्ज़ाम से पहले ज़रूर किये थे:

1: पुराने साल के पेपर्स:

टॉपर चाहे बोर्ड का हो फिर यूपीएससी का, सभी ने परीक्षा से पहले करीब 10 से 15 वर्ष के पुराने पेपर्स ज़रूर हल किये. सबका यही मानना है कि पुराने पेपर्स हल करने के बाद उन्हें कॉन्फिडेंस आया कि वो एग्ज़ाम क्रैक कर सकते हैं या फिर अच्छा स्कोर हासिल कर सकते हैं.

यह बात पूरी तरह सच है. पुराने पेपर्स से हमें परीक्षा के सवालों का लेवल पता चलता है. पुराने पेपर्स से हमे यह भी पता चलता है कि कौन से कॉन्सेप्ट्स एग्ज़ाम के लिए ज़्यादा महत्वपूर्ण है या किन पर सवाल अक्सर पूछें जाते हैं.

2: लेटेस्ट सैंपल पेपर्स:

लगभग हर टॉपर ने माना कि उसने परीक्षा से पहले लेटेस्ट सैंपल पेपर हल करें. बहुत सारे सैंपल पेपर्स हल करने के बाद, ज़्यादातर टॉपर्स अपनी सफलता के लिए काफी हद तक निश्चिंत हो गये थे. सैंपल पेपर्स से हमे नए एग्जामिनेशन पैटर्न या ब्लूप्रिंट के बारे में पता चलता है. इन्हे हल करने से हम समय प्रबंधन सीखते हैं.

आजकल परीक्षाओं के पैटर्न हर साल बदलते रहते हैं और लेटेस्ट सैंपल पेपर्स की मदद से हमें आने वाली परीक्षा का पैटर्न पता चलता है. इसलिए आने वाली परीक्षा में कामयाब होना है तो लेटेस्ट सैंपल पेपर ज़रूर हल करें.

3: मॉक टेस्ट द्वारा निरंतर प्रैक्टिस:

प्रतियोगी परीक्षाओं के ज़्यादातर टॉपर्स ने माना कि मॉक टेस्ट सीरीज से उन्हें बहुत फायदा मिला था. बोर्ड एग्ज़ाम के भी ज़्यादातर टॉपर्स मानते हैं कि उन्हें प्री बोर्ड परीक्षा से बहुत लाभ हुआ.

घर में इत्मीनान से पेपर हल करने में और असल परीक्षा में पेपर हल करने में काफी ज़्यादा अंतर होता है. कॉपी मिलने के बाद कई ज़रूरी जानकारी (जैसे रोल नंबर इत्यादि) भरनी होती है और इस काम को करने में भी समय लगता है. एग्ज़ाम के दौरान कक्ष निरीक्षक भी परीक्षा के दौरान आपसे पूछताछ कर सकता है और इसमें भी आपका कुछ समय बर्बाद हो सकता है. हर तरह के हालातों के लिये आपको पहले से तैयार रहना चाहिये यह तभी संभव होगा जब आप ज़्यादा से ज़्यादा मॉक टेस्ट हल करेंगे.

4: एग्ज़ाम से एक दिन पहले की तैयारी:

जी हाँ. किसी भी एग्ज़ाम के रिजल्ट में आपने उस एग्ज़ाम से एक दिन पहले क्या किया था, इसका असर ज़रूर दिखता है.

कुछ टॉपर्स ने कहा कि वो एग्ज़ाम से पहले 10 – 12 घंटे पढ़े थे. दूसरों का कहना था कि उन्होंने एग्ज़ाम से पहले हर टॉपिक को दोहराया था. कुछ ने यह भी माना कि उन्होंने एग्ज़ाम से पहले कुछ भी नहीं पढ़ा था.

चूँकि, हर विद्यार्थी की अलग-अलग क्षमता होती है. किसी को परीक्षा से पहले हर टॉपिक को दोहराना पड़ता है तो किसी को एक बार पढ़ने के बाद दुबारा दोहराने की ज़रूरत नहीं पड़ती.

आपको भी मॉक टेस्ट देने के दौरान यह ज़रूर देख लेना चाहिए कि आपको एग्ज़ाम से एक दिन पहले क्या और कितना पढ़ने की ज़रूरत पड़ेगी. एग्ज़ाम से एक दिन पहले क्या करना है इसकी रणनीति आपको पहले से ज़रूर बना लेनी चाहिये 

5: परीक्षा के दिन की तैयारी:

यह बातें बहुत छोटी होती हैं मगर सबसे अहम् होती हैं और यह बातें आपको कोई बताएगा मगर नहीं:

· परीक्षा के दिन समय से एग्जामिनेशन सेंटर पर पहुँचना (देर में पहुँचने पर आपको पेपर देने से वंचित किया जा सकता है)

· ज़रूरी कागज़ात मत भूलें (जैसे आधार कार्ड, प्रवेश पत्र इत्यादि)

· पेपर में दिये गये निर्देशों को ध्यान से पढ़ना और उनका पालन करना\

· समय प्रबंधन का ध्यान रखना

· गलत या बेहद कठिन सवाल आने पर उसमें ज़रूरत से ज़्यादा समय न लगाएं

कई टॉपर्स ने यह भी माना कि मॉक टेस्ट देने के दौरान उन्होंने इन बातों का ध्यान रखना सीख लिया था. एग्ज़ाम से पहले (मॉक टेस्ट देने के दौरान) आपको भी इन बातों का अभ्यास अच्छे से कर लेना चाहिये.

ये थे 5 कार्य जो लगभग हर टॉपर ने एग्ज़ाम से पहले ज़रूर किये थे. अगर आप भी आने वाली बोर्ड परीक्षा या फिर प्रतियोगी परीक्षा में टॉपर बनना चाहते हैं तो ऊपर दी गयी बातों का ख़ास ध्यान रखें.